जांच के आदेश दिए जाने के बाद स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि, मृतक लखीमपुर जिले के बालिजान गांव का रहने वाला है और उसके गांव से अस्पताल 8 किलो मीटर दूर है। मृतक के भाई ने अस्पताल के ड्राइवर का इंतजार नहीं किया और लाश का साइकिल पर बांधकर ले गया।
इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के मुताबिक, इस घटना पर मजुली के डिप्टी कमिश्नर पीजी झा का कहना है कि, मृतक के गांव बालीजान में जाने के लिए ऐसी सड़क नहीं है कि वहां गाड़ी ले जाया जा सके। इस गांव में जाने के लिए बांस के अस्थायी पुल से भी गुजरना होता है।
सीएम सोनोवाल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल स्वास्थ्य सेवा के निदेशक को आदेश दिया कि वो मजुली जाकर घटना की जांच करें। असम का लखीमपुर जिला मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल का विधानसभा क्षेत्र में आता है।आपको बता दें कि इससे पहले भी ऐसा मामला देखने को मिल चुका है, ओडिशा के कालाहांडी जिले में पत्नी का शव कंधे पर लेकर 10 किलोमीटर तक चलने वाले आदिवासी दाना मांझी की तस्वीर ने पूरी दुनिया को हिला दिया था।