उधर सोनीपत में बेटे की शादी के लिए पैसे की व्यवस्था न हो पाने से व्यथित जालिम सिंह नामक एक व्यक्ति ने ट्रेन के आगे कूद कर जान दे दी। उसके बेटे की 16 नवंबर को पश्चिम बंगाल में शादी थी। परिवार के अन्य सदस्य तो पहले ही शादी की तैयारियों के लिए जा चुके थे, लेकिन जालिम सिंह पैसे की व्यवस्था के लिए यहां रूका हुआ था।
जानकारी के मुताबिक 45 वर्षीय जालिम सिंह मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के सरौंद सरौंद गांव का रहने वाला था। फिलहाल सपरिवार सोनीपत की दहिया कॉलोनी में रह कर राजमिस्त्री का काम कर रहा था। उसके तीन बेटे हैं। मंझले बेटे पप्पू की शादी आज ही होनी है। शादी समारोह का आयोजन उसके मामा पश्चिम बंगाल में करवा रहे हैं। पप्पू अपनी मां के साथ 15 दिन पहले ही अपने मामा के घर चला गया था। जालिम सिंह बेटे की शादी के चलते पैसे के इंतजाम के लिए यहां रूक हुआ था। नोटबंदी के चलते पैसों का इंतजाम नहीं कर पाया, जिसके चलते वह व्यथित था। सोमवार सुबह दहिया कॉलोनी स्थित अपने कमरे से निकल गया था, लेकिन मंगलवार सुबह उसका शव रेलवे स्टेशन के पास क्षत-विक्षत हालत में मिला।