लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को लोकभवन में समाजवादी स्मार्टफोन योजना के वेब पोर्टल के शुभारंभ अवसर पर बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती पर जमकर हमला बोला। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को भी आड़े हाथों लिया। विधानसभा चुनाव बाद दोनों के हाथ मिलाने की संभावना भी जताई। अखिलेश ने कहा कि समाजवादी सरकार की कई योजनाएं आनी शेष हैं। हमने अब तक अपना घोषणापत्र नहीं बनाया है, लेकिन कुछ लोग अभी से घबरा रहे हैं। कह रहे हैं कि सरकार बनी तो हम नकदी बांटेंगे। मायावती का नाम लिए बगैर कहा कि नकदी का तो उन्हें पुराना शौक है। उनके दल को छोड़कर जो भी जाता है, नकदी वसूले जाने की बात करता है। उनके जन्मदिन के बहाने कहां वसूली नहीं होती थी।
रविवार को राजधानी में हुई बसपा की रैली में भगदड़ से हुई मौतों पर कहा कि उनकी रैली ऐसी होती है जिसमें हर बार कई लोगों को जान चली जाती है। रैली के मंच से मायावती के हमलों पर पलटवार करते हुए कहा कि जो अपने हित के लिए प्रदेश बांटने की दलील दे रहे हैं, वह देश बांटने की बात भी कर सकते हैं। फिर बोले, ‘वह मुसलमानों को गुमराह कर रही हैं कि समाजवादी पार्टी में बंटवारा हो चुका है। मुस्लिम जानते हैं कि सपा उनके कितने पास है।’
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