जानकारी के मुताबिक खुदकुशी करने वाली छात्रा का नाम स्वाति पांडेय है। वह मूलरूप से प्रतापगढ़ के कुंडा तहसील की रहने वाली थी। उसके पिता का नाम रमाकांत पांडेय है। वह भारतीय रेलवे बोर्ड के सलाहकार व भारतीय रेल पत्रिका के संपादक हैं। रमाकांत दिल्ली स्थित रेलवे मंत्रालय में बैठते हैं। उनका परिवार लक्ष्मी नगर में रहता है। चार भाई बहन में स्वाति सबसे छोटी थी। 6 अगस्त को रमाकांत ने स्वाति का बीएएमएस कोर्स में श्री जयेंद्र सरस्वती आयुर्वेद कॉलेज एंड हास्पिटल, चेन्नई में दाखिला कराया था। स्वाति अपने पिता व भाई आलोक पांडेय के साथ कॉलेज गई थी। छात्रवास एलॉट होने के बाद उसके पिता व भाई दिल्ली लौट आए थे।
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आलोक पांडेय का कहना है कि14 सितंबर को स्वाति ने आखिरी बार अपने दूसरे भाई आशीष से बातचीत की थी। 15 सितंबर को कॉलेज प्रशासन ने दोपहर करीब 3.30 बजे रमाकांत पांडेय को फोन कर बताया कि उनकी बेटी स्वाति पांडेय ने छात्रवास में अपने कमरे में पंखे से लटक कर खुदकशी कर ली है। कॉलेज के प्रधानाचार्य ने बताया कि स्वाति ने दोपहर करीब एक से तीन बजे के दौरान खुदकशी की। रमाकांत पांडेय ने तुरंत इस संदर्भ में चेन्नई के पुलिस कमिश्नर को फोन कर वस्तुस्थिति से अवगत कराया और मेल करके मदद की गुहार लगाई। रमाकांत पांडेय का आरोप है कि रैगिंग से परेशान आकर ही स्वाति ने इस तरह का कदम उठाया होगा। उनका यह भी आरोप है कि स्वाति के कमरे से दूसरे कमरे में आने जाने का रास्ता है। उन्हें आशंका है कि कहीं किसी छात्र ने तो उसकी हत्या नहीं कर दी। उन्होंने पूरे मामले की जांच कराए जाने की मांग की है।
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