मुंबई के वर्सोवा में रहने वाले मोहम्मद सईद अपनी बीवी के ईलाज के लिए संघर्ष मे दिन रात ऑटो चलाकर मेहनत कर रहे हैै। हांलाकि उनके एक बेटा ओर एक बेटी है। और उनके तीन महीने की बेटी की देखभाल उनके पड़ोसी कर रहे है। लोंगो ने मोहम्मद सईद कोे ऑटो चलाने के दौरान बैठे गोद में बच्चे को रोते देख कई लोंगो का उनकी तरफ ध्यान गया। कई लोंगो उनकी कहानी को सोशल मीडिया पर सबके सामने लाये। आइए जानिए क्या है पुरी कहानी-
लोंगो का कहना है कि सईद अपनी हालातो से मजबूर है। अपनी बीवी के ईलाज के लिए ऑटो चलाकर दिन रात मेंहनत कर रहे हैै। हांलाकि जब मोहम्मद सईद ऑटो चलाने जाते है,। और अपनी बेटी को छोड़कर पड़ोसी के घर चले जाते है। ओर अपने साथ अपने बेटे को लेकर जाते है दरअसल, सईद करीब दो सप्ताह से सईद अपने बेटे मुजम्मिल को भारी गर्मी में ऑटो में बैठाकर सवारियों को छोड़ रहे हैं। और उनकी तीन महीने की बेटी की देखरेख उनके पड़ोसी कर रहे थे। पड़ोसी के तीन बच्चे हैं और ऐसे में वह सईद के दो बच्चों को अपने छोटे से घर में रख पाने में असमर्थ थे।
आपको बता दे कि सईद का कहना है कि यास्मिन के परिवार मुंबई मे रहने के लिए आए थे है और यास्मिन के परिवार अब बैगलूरु मे रहते है। यास्मिन के परिवार ने कहा हम बच्चे की देखभाल नही कर सकते ओर नाही इसमें हम कुछ मदद कर सकते है। सईद गोरखपुर के रहने वाले है। ऐसे मे सईद ने कहा कि घर की सारी जिम्मेदारी मुझपर आ गई है। और इनकी बीवी को लकवा मार गया है। जिनके कारण से उन्हे कई कठनाओ का सामना करना पढ़ रहा है। सईद अपनी बीवी के ईलाज के लिए पैसे इकट्ठा कर रहा है।
लोंगो ने सईद के हालत की खबर सोशल मीडिया पर फैला दी। ऐसे मे फिल्म निर्देशक विनोद कापड़ी ने भी ऑटो चालक सईद का नंबर ट्वीट किया था। विनोद कापड़ी’ ने ट्वीट करके कहा, सईद के पत्नि को लकवा मार गया है। ऐसे मे सईद अपनी हालातो से ऑटो चलाकर लड़ रहे है।