साल 2017 की शुरूआत दो ऐसी घटनाओं से हुई जिसने आम आदमी को हिलाकर रख दिया। बात है आई टी हब के नाम से मशहूर हाईफाई शहर बेंगलुरु की। जहां 31 दिसंबर की रात को न्यू यीअर की पार्टी से लौट रही एक लड़की को खुलेआम कुछ मनचले परेशान करते हैं और कोई कुछ नहीं बोलता वहीं अभी इस घटना को लोग भूले भी नहीं थे कि एक और ऐसी ही घटना सामने आती है जिसमें घर से महज कुछ दूरी पर ही एक लड़की को कुछ बाईक सवार परेशान करते हैं और आस-पास के लोग मूक दर्शन बने ये सब देखते हैं। अभी तक बेंगलुरु को लड़कियों की सुरक्षा के लिहाज से काफी सेफ माना जाता था लेकिन इस तरह की घटनाओं ने लड़कियों की सुरक्षा पर बड़े सवाल खड़े कर दिये हैं। बेंगलुरु पुलिस आयुक्त द्वारा संकलित आंकड़ों (धारा 354 के तहत) सो यह बात सामने आई है कि वर्ष 2016 तक एक दशक में, बेंगलुरु में छेड़छाड़ की घटनाओं में चार गुना से ज्यादा की वृद्धि हुई है। वर्ष 2006 से 2016 के बीच दर्ज 4,241 शिकायतों पर किए गए हमारे विश्लेषण के मुताबिक, सजा की दर 0.37 फीसदी थी। मात्र 16 मामले में सजा हो पाई।
भारतीय दंड संहिता की धारा 354 के तहत शिकायत ( महिलाओं की शीलता पर हमला ) की संख्या वर्ष 2006 में 150 थी। जो बढ़कर वर्ष 2016 में 776 हुआ है। जानकारों का कहना है कि इसका कारण घटनाओं की संख्या में वृद्धि होने के साथ-साथ अब अधिक महिलाएं रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए आगे आ रही हैं।
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