इस सभ्य समाज में जहां बेटी पैदा होने पर ससुराल में बहू को अपमानित किया जाता हैं, बेटियों को बोझ माना जाता हैं। उन्हें पराया धन कहा जाता हैं, इस पुरूष प्रधान समाज में बेटियों को वो दर्जा कभी नहीं मिल पाता जो एक बेटे को मिलता हैं। हमेशा बेटियों को कमजोर और लाचार क्यों समझा जाता हैं। यह हमारे समाज के ऊपर बहुत बड़ा कलंक हैं, कि पढ़ लिखकर भी हम अपनी सोच को बदल नहीं पाए। कभी आगे नहीं बढ़ पाए।
ऐसे कई मामले सामने आए हैं जब बेटी पैदा होने पर बहू को मारा पीटा जाता हैं, लेकिन यह पहला मामला हैं जब एक सास ने बेटी के पैदा होने पर न सिर्फ उसे गले लगाकर प्यार दिया, बल्कि बहू को एक बेशकीमती कार ही गिफ्ट दे दी।
स्वास्थ्य विभाग में बतौर निरीक्षक के पद पर तैनात चुकीं प्रेमा देवी रिटायर होने के बाद अपने पुत्र और बहु खुशबू के साथ हमीरपुर जिला मुख्यालय स्थित पशु अस्पताल के पास रह रही हैं। उनका पुत्र हमीरपुर जिला मुख्यालय में सरकारी सेवा में है, जबकि बहू हाउस वाइफ है। सास और बहू मां-बेटी की तरह रहते हैं। बताया जाता है कि कुछ माह पहले बहू खुशबू ने कन्या को जन्म दिया तो सास की खुशी का ठिकाना न रहा। प्रेमा ने घर में बेटी होने पर खुशियां मनाईं।