नई दिल्ली। नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने मंगलवार(25 अक्टूबर) को जम्मू कश्मीर के राज्यपाल एन एन वोहरा से मुलाकात की और इस बात पर जोर दिया कि केंद्र सरकार राज्य में राजनीतिक गतिरोध को समाप्त करने के लिए वार्ता तथा राजनीतिक साझेदारी के दरवाजे खोले।
मुलाकात के बाद नेशनल कांफ्रेंस द्वारा जारी एक बयान के अनुसार अब्दुल्ला ने राज्यपाल से कहा कि ‘‘राजनीतिक पहल के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं हो सकता और नयी दिल्ली को और वक्त बर्बाद किये बिना जम्मू कश्मीर में सभी पक्षों के साथ शामिल होकर काम करना चाहिए।’’
पूर्व मुख्यमंत्री के साथ पार्टी के महासचिव अली मोहम्मद सागर, पूर्व मंत्री मियां अल्ताफ अहमद, जम्मू के पार्टी अध्यक्ष देवेंद्र सिंह राणा और प्रदेश के प्रवक्ता जुनैद अजीम मट्टू भी थे।
अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू प्रांत में गुज्जर और बाकेरवाल समुदायों तथा अल्पसंख्यकों को तंग करने और कमजोर करने के क्रमिक और योजनाबद्ध प्रयास किये जा रहे हैं और कथित विभाजनकारी ताकतें राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द को बाधित करने के समन्वित प्रयास कर रहीं हैं।
राज्य में लगातार राजनीतिक अनिश्चितता और गतिरोध को लेकर गंभीर चिंता प्रकट करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि केंद्र सरकार को इस ‘राजनीतिक मुद्दे’ का दीर्घकालिक समाधान निकालने के लिए सभी पक्षों के साथ साझेदारी के ‘ठोस, दृश्य और सार्थक’ कदम उठाने चाहिए।