ओडिशा के बालासोर से एक और दर्दनाक मंज़र सामने आया है। कालाहांडी के शख्स जो अपनी पत्नी की लाश को कंधे पर ले जाता नजर आया था की तस्वीर अभी धुंधलाई भी नहीं थी की राज्य के बालासोर से एक और ऐसी ही दूसरी घटना फिर देखने को मिली। इन तस्वीरों ने सरकारी व्यवस्था पर कई सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं।
ओड़िशा के बालासोर से 30 किमो दूर सोरो में गुरूवार को एक महिला ट्रेन हादसे का शिकार हुई, लेकिन उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल ले जाने की कोई व्यवस्था नहीं हो सकी। स्वास्थ्य केंद्र के मोर्चरी वैन देने से इनकार किया।
दरअसल सोरो में कोई अस्पताल नहीं है, सिर्फ एक सामाजिक स्वास्थ्य केंद्र है और लाश को पोस्ट मॉर्टम के लिए बालासोर तक ले लाना था। शव को स्टेशन तक ले जाने के लिए एक ऑटो करने के बारे में सोचा गया लेकिन वह बहुत मंहगा साबित हो रहा था इसलिए कर्मचारियों से कहा गया कि वह पैदल ही लाश को स्टेशन तक लेकर जाएं। जिसके बाद कर्मचारी ने लाश के ऊपर खड़ा होकर लाश की हड्डियां तोड़ उसकी गठरी बना करके लाश को कपड़े और प्लास्टिक से लपेटकर बांस की लकड़ी पर लटकाकर कंधे पर उठाकर स्टेशन पहुंचाया।