शुक्रवार को कानपुर के मुस्लिम बहुल इलाकों में बड़े पैमाने पर समाजवादी पार्टी विरोधी पर्चे बांटे गए। शुक्रवार की नमाज के बाद बांटे गए इन पर्चों में ‘सपा काम नहीं, अन्याय बोलता है’ हेडिंग के साथ कई गंभीर और संवेदनशील बातें लिखी हुई हैं। इसमें पांच साल में 600 दंगे और मुजफ्फरनगर, दादरी-इखलाक दंगों के अलावा कमलेश तिवारी की रिहाई और अतीक अहमद के अलावा मुख्तार अंसारी को गुंडा बताने पर भी सवाल उठाया गया है।
कानपुर के यतीमखाना चौराहे की मस्जिद पर शुक्रवार दोपहर करीब 2 बजे नमाज अदा की जानी थी। अचानक क्षेत्र के ही कुछ बच्चों ने फोटोकॉपी किए हुए पर्चे आम लोगों को बांटने शुरू किए। चुनाव आयोग के निर्देशों के उलट पर्चे में कहीं भी प्रिंटर-पब्लिशर का जिक्र नहीं है। नमाज शुरू होने पर पर्चे बांटने का काम कुछ देर के लिए रुका, लेकिन इसके बाद दोबारा पर्चे लोगों को रोक-रोककर दिए गए।