ओडिशा में पंचायत चुनाव चल रहे हैं लेकिन दो चरणों के मतदान के बाद भाजपा में खुशी की लहर है। पहले दो चरणों में उसे जोरदार कामयाबी मिली है और वह सत्ताजधारी बीजू जनता दल (बीजद) को कड़ी टक्कार दे रही है। दो चरणों के बाद भाजपा ने 364 जिला परिषद की सीटों में से 129 पर जीत दर्ज की है। हालांकि बीजद नंबर एक पर है और उसे 200 सीटें मिली हैं लेकिन पहले की तुलना में उसका आंकड़ा कम हो गया है। कांग्रेस 27 सीटों के साथ तीसरे पायदान पर है। माना जा रहा है कि भाजपा को तीसरे चरण में 175 में से 60 सीटें मिल सकती हैं। अगर भाजपा का यही ट्रेंड जारी रहा तो वह 330-340 सीटें जीत सकती हैं, जो कि पंचायत चुनावों में उसका अब तक का शानदार प्रदर्शन होगा।
यहां पर चुनाव 21 फरवरी को पूरे होंगे और चुनाव आयोग 23 को आधिकारिक रूप से परिणाम जारी करेगा। पांच साल पहले 2012 में उसे केवल 36 सीटें मिली थीं। 2012 के चुनावों में नवीन पटनायक के नेतृत्वह वाली बीजद ने पंचायत चुनावों में इकतरफा जीत दर्ज की थी। उसने 854 सीटों में से 77 प्रतिशत पर कब्जां किया था। कांग्रेस 13 प्रतिशत के साथ दूसरे नंबर पर थी। 2014 के विधानसभा चुनावों में भी यही सिलसिला जारी रहा और बीजद को 147 में से 119 पर विजय मिली। वहीं लोकसभा में चुनावों में 21 में से 20 सीटें उसके पाले में गई थी।