बीजेपी नेता गोपीनाथ मुंडे की बेटी और मंत्री पंकजा मुंडे विवादों में घिर गई है। दरअसल दशहरे को लेकर चल रहे विवाद पर उन्होंने अपने पिता के गुरू महंत नामदेव शास्त्री को ही चुनौती दे दी है। महंत ने एक आडियों क्लिप जारी किया है , जिसमें पंकजा मुड़े फोन पर ही उन्हें याद दिला रही हैं कि अब तक उन्होंने कितनी मदद की है और आगे आर्थिक मदद रोकने की चेतावनी दे रही है।
आडियों में पंकजा परली में नामदेव शास्त्री महराज के समर्थकों के खिलाफ झूठे मामले दर्ज कराने की भी बात कहती नजर आ रही हैं। ये समर्थक उनका विरोध कर रहे हैं। बातचीत में उन्होंने कथित तौर पर कहा कि वह ग्रामीण इलाकों में छोटे छोटे कामों के वित्तपोषण वाली एक योजना 25-15 के तहत रूपया देकर किसी को भी खरीद सकती हैं।
दरअसल, भगवानगढ़ का मेला मुंडे की जाति वंजारा समुदाय का सबसे बड़ा मेला होता है, जहां लाखों वंजारी जुटते हैं। यही वंजारी वोट बैक सबसे बड़ी वजह है। पंकजा को लगता है कि वह इस जाति की सबसे बड़ी नेता हैं तो महंत को लगता है कि लोग उनके कहने पर वोट देते हैं। पहले महंत नामदेव शास्त्री दिवगंत नेता गोपीनाथ मुंडे के बहुत करीबी थे।
पंकजा का कहना है कि वह मेले में जाएगीं। यह उनका हक है। वहीं इस पर, महंत कह रहे हैं कि अब तक उन्होंने पंकजा को बेटी की तरह माना है, लेकिन जिस तरह से वह धमका रही हैं। उससे उनको सदमा लगा है। वह सत्ता का दुरुपयोग ना करें।