नोएडा में मेड इन चाइना पर भारी पड़ रहा है “मेक इन इंडिया”

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मेक इन इंडिया
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दिवाली के आगमन से पहले ही मेक इन इंडिया की शुभ दिवाली हो गई है, चीनी सामान के बाहिष्कार के चलते नोएडा के मार्केट्स भी देसी सामग्री का व्यापार करने की मुहीम छेड़ चुके हैं, साथ ही इस मुहीम का जुनून लोगों के सर चड़ कर बोल रहा है। अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि इस बार दिवाली और भी रोशन होने वाली है।

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‘मेक इन इंडिया’ नारे का भले ही यहां के लोगों में जोश नहीं है, लेकिन ‘मेड इन इंडिया’ को लेकर दुकानदारों से पूरी पूछताछ की जा रही है। पिछले दो महीनों के दौरान चीन से नोएडा में पहुंचने वाले इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों की मांग में करीब 30 फीसद की कमी आई है। चीन में निर्मित करीब 50- 80 करोड़ रुपए कीमत के सामान की हर महीने नोएडा में बिक्री होती थी। पिछले दो महीनों से इसमें लगातार तेजी से गिरावट आ रही है। कई जगहों पर चीन और भारत दोनों के सामान बिकने वाली जगहों पर भारतीय उत्पाद की 20-25 फीसद कीमत ज्यादा भी देने को लोग तैयार हैं, बशर्ते कि वह पूरी तरह से भारत में निर्मित हो। जानकारों के मुताबिक, दीपावली के बाद चीनी उत्पादों के बहिष्कार की देशव्यापी मुहिम का वास्तविक प्रभाव आश्चर्यचकित करने वाला होगा।

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अगली स्लाइड में पढ़े मॉल, मार्केट और शापिंग कांप्लेक्सों में लोगों को भारतीय उत्पादो के लिए किया जा रहा है प्रेरित।

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