बैठक में पार्टी के चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर शामिल नहीं हुए। सूत्रों के अनुसार बैठक में प्रियंका के प्रचार करने को लेकर कोई बात नहीं हुई। हालांकि पार्टी नेताओं को उम्मीद है कि वे प्रचार में शामिल होंगी। बैठक में सर्जिकल स्ट्राईक को लेकर भी चर्चा हुई। इस पर माना गया कि इसका केवल शहरी क्षेत्रों में असर है, ग्रामीण इलाकों में लोगों को इस बारे में जानकारी नहीं है।
कांग्रेस प्रवक्ता आरपीएन सिंह ने कहा, ”वह राय बरेली और अमेठी में प्रचार कर रही हैं। वह सांगठनिक गतिविधियों के बारे में जानकारी रखती हैं। राय बरेली और अमेठी से बाहर प्रचार और पार्टी में भूमिका को लेकर फैसला उन्हें करना है। यूपी में काफी लोगों ने उनसे बड़ी भूमिका निभाने को कहा है।”
शीला दीक्षित ने कहा कि वह प्रियंका के यूपी में प्रचार करने का बेसब्री से इंतजार कर रही हैं। उनके प्रचार से बड़ा सकारात्म्क असर पड़ेगा। सपा में मतभेदों के बारे में उन्होंने कहा कि यह पारिवारिक मसला है। सपा में बंटवारे के सवाल उन्होंने कहा कि देखते हैं कि आगे क्या होता है। इस बारे में चर्चा नहीं हुई है।