यूपी चुनाव से पहले एक बार फिर राम मंदिर का मुद्दा गरमा रहा है। नागपुर में विश्व हिंदू परिषद ने कहा है कि राम जन्मभूमि की जमीन का बंटवारा उन्हें मंजूर नहीं है। बता दें, अयोध्या में जमीन बंटवारे का केस फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में है।
वीएचपी के महामंत्री चंपक राय ने कहा, ‘जन्म भूमि का बंटवारा नहीं हो सकता। हिंदू समाज को पूरी भूमि चाहिए।’ उन्होंने कहा, यह भगवान की जमीन है। ये मोदी सरकार का विचार नहीं है। ये हमारा अपना मिशन है। ये मोदी सरकार कल नहीं थी और कल का हमें पता नहीं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने कभी इस मुद्दे पर उन्हें गाइड नहीं किया है।
गौरतलब हो कि, अयोध्या की ये जमीन किसकी है इस पर करीब साढे चार सौ साल से विवाद है। 2010 में इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला आया था। हाईकोर्ट ने ज़मीन को तीन हिस्सों में बांट दिया था। दो तिहाई हिस्सा हिन्दू पक्ष को मिला और एक तिहाई सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड को। हालांकि, कोई भी पक्ष इस फैसले से संतुष्ट नहीं हुआ और अब ये मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है।