प्रेस कॉन्फ्रेंस में रामगोपाल ने कहा कि वो इस पूरी घटना पर किताब लिखेंगे। उन्होने कहा कि नेताजी अगर खुद अपना फैसला करते हैं तो उनसे अच्छा कोई नेता नहीं हो सकता, लेकिन उनको स्वार्थी लोगों के द्वारा बहकाया जा रहा है। मैं अकेला पार्टी से नहीं निकाला गया था। कई एमएलसी भी निकाले गए। मैंने कह दिया है की सबको वापिस शामिल किया जाए, तभी मैं पार्टी में वापिस आऊंगा। जहां अखिलेश वहां विजय। जहां अखिलेश वहां समाजवादी पार्टी। मैं अब तक की घटनाओं पर किताब लिखूंगा। उसमे वो बातें लिखूंगा जो कोई नहीं जानता। जल्दी लिखूंगा ताकि नेताजी उसे पढ़ सकें।
रामगोपाल ने मोदी के नोटबंदी पर भी की उन्होने कहा कि इस फैसले से ग्रामीण इलाके में बहुत दिक्कत है। महिलाओं को खास तौर पर परेशानी हो रही है। अपनी बचत उन्हें गंवानी पड़ रही है। उनके दिल से पूछिए। महिलाओं की जो कमाई है, उसे 15 साल में बांटकर जो टैक्स बनता है वो उसके बाद उनके अकाउंट में देना चाहिए। महिलाओं की जो कमाई है उसे 15 साल में बांट कर जो टैक्स बनता है वो उसके बाद उनके अकाउंट में देना चाहिए। बीजेपी के नेताओं के चेहरे पर कोई शिकन नहीं है। इसका कारण क्या है?
साथ ही उन्होने कहा कि मोदी जी की ईमानदारी पर मुझे कोई शक नहीं है। मनमोहन सिंह भी ईमानदार थे, लेकिन उनके हाथ में कुछ नहीं था। मोदी जी तो बहुत ताकतवर हैं। आज की तारीख में हालत ये है की बीजेपी के उम्मीदवारों को बेलन पड़ेंगे अगर वोट मांगने जाएं तो। अब समस्या ये हो गई है की अपने पैसे के लिए प्रधानमंत्री जी ने लोगों को भिखारी बना दिया।