आखिर शिवपाल ने क्यों दिया सपा से इस्तीफा, पढ़िए 5 कारण

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शिवपाल

समाजवादी पार्टी में चल रही आंतरिक कलह गुरुवार रात और गहरी हो गई जब शिवपाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। सूत्रों के मुताबिक शिवपाल ने शाम को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की। करीब 20 मिनट चली मुलाकात करके लौटने के बाद शिवपाल ने मंत्रिमंडल से अपना त्यागपत्र मुख्यमंत्री को भिजवा दिया। हालांकि अखिलेश ने उनका इस्तीफा नामंजूर कर दिया है

  1. पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव द्वारा नजरअंदाज किए जाने का आरोप

शिवपाल यादव ने मुलायम सिंह से मिल खुद को नजरअंदाज किए जाने की शिकायत की थी। आपको बता दे इस सब की शुरूवाद तब हुई जब साल 2012 में जब मुलायम सिंह यादव ने अपने बेटे अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाया, जबकि मुलायम के बाद शिवपाल खुद को इस पद पर देखना चाहते थे। उस समय शिवपाल की राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को बड़ा झटका लगा था।

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2अमर सिंह को लेकर भी तकरार

अखिलेश यादव अमर सिंह की सपा में वापसी के खिलाफ थे। खबर है कि यूपी में शिवपाल को अध्यक्ष पद दिलाने के पीछे अमर सिंह का ही दिमाग था। जिसके चलते अखिलेश चाचा शिवपाल से खूश नहीं थे।

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3. कौमी एकता दल के विलय को रद्द पर भी थे नाराज

शिवपाल यादव ने मुख़्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल का सपा में विलय करवाया। जिसे लेकर अखिलेश यादव चाचा से खूश नहीं थे। इसलिए नाराज मुख्यमंत्री ने शिवपाल यादव का विरोध किया था। अखिलेश के विरोध की वजह से सपा को इस विलय को रद्द करना पड़ा, जिस पर शिवपाल नाराज हुए।

4. दो कैबिनेट मंत्रियों की बर्खास्तगी

मुख्यमंत्री अखिलेश ने शिवपाल के करीबी रहे खनन मंत्री गायत्री प्रसाद और पंचायती राज मंत्री राजकिशोर को उनके मंत्री पदों से बर्खास्त कर दिया था। जिसके कारण शिवपाल बेहद नाराज है। बता दे, बर्खास्त किए गए दोनों मंत्रियों पर भ्रष्टाचार में घिरे होने के आरोप लगे हैं।

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5. विभाग छीने जाने पर भी थी टकराव

मुलायम सिंह से अखिलेश द्वारा दो करीबी मंत्रियों को हटाए जाने पर शिवपाल ने शिकायत की। जिसके बाद पार्टी ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से पार्टी प्रदेश अध्यक्ष से पद छीनकर शिवपाल यादव को दे दिया। अखिलेश ने शिवपाल से तीन अहम विभाग राजस्व, सिंचाई और पीडब्ल्यूडी विभाग छीन लिए। शिवपाल ने इसे लेकर बेहद नाराज है।