बिहार में महागठबंधन जल्द टूट जाएगा इसकी अटकलें अब तेज होने लगी है। कयास लगाए जा रहे हैं कि आरजेडी और जेडीयू के बीच तेजस्वी को सीएम बनाने की मांग के बीच मनमुटाव की बात सामने आ रही हैं। दरअसल बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन के बड़े घटक आरजेडी के कुछ विधायकों ने उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव को नेतृत्व सौंपे जाने की मांग उठाकर घटक जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की परेशानी बढ़ा दी है। आरजेडी के विधायकों ने कहा कि तेजस्वी में सत्ता संभालने की सभी काबिलियत है और मुख्यमंत्री का पदभार संभालने में पूरी तरह से सक्षम भी हैं। EENADU INDIA के हवाले से खबर है कि आरजेडी विधायक सुरेंद्र यादव, रामानुज और आरजेडी कोटा से मंत्री चंद्रशेखर ने तेजस्वी के समर्थन में आवाज उठाई।
ईनाडू की खबर के मुताबिक राजद के विधायक और पूर्व मंत्री सुरेन्द्र यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की तरह ही बिहार में पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं उप मुख्यमंत्री यादव को नेतृत्व मिलनी चाहिए। यादव मुख्यमंत्री पद के लिए सही दावेदार हैं। उन्होंने कहा कि वक्त आ चुका है कि तेजस्वी को अब मुख्यमंत्री बनाया जाए।
इस बीच आग में घी डालने का काम किया आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने। हाजीपुर पहुंचे एक कार्यक्रम में अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव भी भविष्य के मुख्यमंत्री हैं क्योंकि वह खुद और समाजवादी पार्टी के मुलायम सिंह यादव अब बूढ़े हो चुके हैं। हालांकि लालू ने यह भी साफ किया कि फिलहाल बिहार में मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए कोई वैकेंसी नहीं है, नीतीश मुख्यमंत्री है और सरकार चला रहे हैं।
अगले स्लाइड में पढ़ें – आरजेडी की बगावत ने कैसे बढ़ा दी जेडीयू की चिंता