सहारनपुर हिंसा: 1 की मौत, 3 FIR दर्ज, 24 गिरफ्तार

0
जातीय हिंसा

सहारनपुर में जातीय हिंसा के बाद पुलिस और प्रशासन गंभीर दिखाई दे रहा है। सीएम के निर्देश के बाद गृह सचिव मणिप्रसाद मिश्रा, एडीजी (कानून-व्यवस्था) आदित्य मिश्रा, आईजी (एसटीएफ) अमिताभ यश, डीआईजी विजय भूषण सहित आलाधिकारी सहारनपुर में डेरा जमाए हुए हैं। वहीं, राज्य सरकार ने मृतक के परिजनों को 15 लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की है।

इससे पहले लखनऊ से चलकर मंगलवार की देर रात सहारनपुर पहुंचे गृह सचिव, एडीजी कानून-व्यवस्था, आईजी और डीआईजी ने एसएसपी सहित स्थानीय अफसरों के साथ पुलिस लाइन सभागार में समीक्षा बैठक की। सभी अधिकारियों ने जिला अस्पताल पहुंच कर घायलों का हाल जाना। गाजियाबाद, मेरठ, अलीगढ़, आगरा से पीएसी के 5 कमांडेंट्स को शहर पहुंच रहे हैं। हालिया, हिंसा के बाद माहौल तनावपूर्ण है।

इसे भी पढ़िए :  सविता खत्री को 'सेक्स स्कैंडल' में फंसे संदीप कुमार से प्रचार करवाना पड़ा महंगा, बीजेपी ने किया पार्टी से निलंबित

एसएसपी सुभाष चंद्र दुबे ने बताया कि इस मामले में अब तक 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। करीब 10 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। एक शख्स की मौत के संबंध में तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। इस वारदात में 10 से 12 लोग घायल हैं। सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गौरतलब है कि बीएसपी सुप्रीमो मायावती के दौरे के बाद हिंसा भड़क गई।

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिंसा पर दुख जताते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया है। उन्होंने हिंसा की जांच वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपी है। उन्होंने लोगों से संयम बनाए रखने की अपील की है। विपक्षी दलों से शांति बहाली में सहयोग की अपील की है। कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा ने ताजा हिंसा के लिए मायावती के दौरे को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।

इसे भी पढ़िए :  केजरीवाल के 72 % MLA हुए फेल, सर्वे की रिपोर्ट

बीएसपी सुप्रीमो मायावती के मंगलवार के दौरे के बाद सहारनपुर में एक महीने के भीतर तीसरी बार हिंसा भड़क उठी। गांव में मायावती की रैली से लौट रहे लोगों पर हमला हुआ। गोली लगने से एक युवक ने दम तोड़ दिया, जबकि करीब 1 दर्जन घायल लोगों को सहारनपुर के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा। मायावती ने कहा कि योगी सरकार में दलित पीड़ितों की सुनवाई नहीं हो रही है। समाज का कमजोर तबका नाराज है।

इसे भी पढ़िए :  अश्लील ऑडियो क्लीप सामने आने के बाद... केरल के मंत्री शशिन्द्रन ने तुरंत दिया इस्तीफा

क्या है पूरा मामला?

सहारनपुर के शब्बीरपुर गांव में महाराणा प्रताप शोभायात्रा के दौरान हुए एक विवाद ने हिंसक रूप ले लिया था। इसके बाद विशेष जाति पर दलितों के साथ अत्याचार करने और उनके घर जलाने का मामला सामने आया था। इस मामले में भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। इसके बाद बीते रविवार को भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में दिल्ली के जंतर मंतर पहुंचकर प्रदर्शन किया था।