आरबीआई बैंक के खातों पर नजर रखे हुए हैं
इस बात की पड़ताल हो कि कर्जदार किसानों ने कभी खराब फसल तो कभी सूखे का हवाला दे कर बैंकों में कर्ज की रकम नहीं जमा की फिर उनके पास नोटबंदी की अवधि में इतनी बड़ी रकम कहां से आ गई। यह पूरा मामला जांच का विषय है। लोगों की निगाहें सहकारिता विभाग के उस जवाब पर टिकी हुई है, जिसकी सिलसिलेवार जानकारी इनकम टैक्स विभाग ने मांगी है।
आरबीआई रायपुर इन बैंकों पर बीते साल भर से नजर रखे हुए है। एक साल पहले फ़र्ज़ी खातों के जरिये 500 करोड़ का लेनदेन का खुलासा किया था। इस मामले में आधा दर्जन बैंककर्मी निलंबित किये जा चुके हैं। आरबीआई और सहकारिता विभाग अभी भी इन मामलों की जांच कर रहा है। इसके बाद से ही आरबीआई की निगाह में थे। सूत्रों के मुताबिक 9 नवम्बर को एक व्यवसायी इनमें से एक बैंक में 40 लाख जमा कराने पहुंचने से पहले ही पुलिस और आयकर के हत्थे चढ़ गया था। इस मामले की जांच के दौरान ही इन सहकारी शाखाओं में बड़ी राशि पलटाने का खुलासा हुआ था।