शहाबुद्दीन फिर जेल जा सकता है, लेकिन मजबूर हैं नीतीश

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बिहार में कुल 243 सीट हैं, बहुमत के लिए जरूरी संख्या 122 है। लालू यादव के पास 80 सीटें हैं। कांग्रेस के पास 27 सीटें हैं। अब कांग्रेस लालू यादव में अपना राजनीतिक भविष्य देखने के लिए तैयार हो जाए तो फिर संख्या हो जाएगी 107।
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वामदलों के पास 3 सीट है जबकि 4 सीटों पर निर्दलीय जीते हैं। इनको भी लालू-कांग्रेस गठबंधन में जोड़ दिया जाए तो फिर संख्या हो 114 जाएगी। मतलब बहुमत के लिए जरूरी आंकड़े से बस 8 कदम दूर।
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सत्ता की सुगंध पाकर लालू विरोधी दलों के कितने विधायक उनके साथ आ सकते हैं, इसका अंदाजा लगा पाना अभी मुमकिन नहीं हैं. वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हिंदुस्तानी सियासत कई बार अल्पमत की सरकार बनी और चली भी है।मतलब

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