आय से ज्यादा संपत्ति रखने के मामले में दोषी पाये जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने वीके शशिकला को बेंगलुरु की पारप्पना अग्रहारा जेल पहुंचा दिया। जिसके बाद खबर आ रही है कि वो जेल में जिस तरह का उनका व्यवहार है उससे लगता है कि वो उस तरह के जीवन को स्वीकार करने के मूड में नहीं जिसमें उन्हें अपने आए वाले चार साल गुजारने हैं। उन्होने पुलिस की जीप में बैठने से भी इनकार कर दिया और पैदल जेल परिसर तक पहुंची। इतना ही नहीं जेल में उन्होने सफेद साड़ी पहनने से भी इसलिए इनकार कर दिया क्योंकि उसके साथ मैचिंग ब्लाउज़ नहीं था।
एक सूत्र ने हमारे सहयोगी अखबार बेंगलुरु मिरर को बताया, “शशिकला ने अधिकारियों को स्पष्ट किया कि कितनी भी दूरी क्यों न हो, वह पैदल चलने के लिए तैयार हैं।”
सूत्र ने आगे कहा कि शशिकला यह सोच रहीं थीं कि उन्हें उसी तरह सारी सुविधाएं मिलेंगी जैसी जयललिता के साथ मिलती थीं। पहले जब दोनों को दोषी करार दिया गया था, उस वक्त जया मुख्यमंत्री थीं और उनका स्वास्थ्य खराब चल रहा था। इसलिए उन्हें ए ग्रेड सुविधाएं दी जा रहीं थीं, साथ में शशिकला को भी सुविधाएं मिल रहीं थीं। लेकिन, इस बार मामला अलग है, कोर्ट ने उन्हें वीआईपी ट्रीटमेंट दिए जाने की अर्जी खारिज कर दी है। उन्हें कहा गया कि वह सीएम नहीं हैं और उन्हें विशेष सुविधाएं नहीं दी जा सकतीं। शशिकला को इस बात से गहरा धक्का लगा। पुलिस उन्हें जीप में बैठाकर ले जाना चाहती थी ताकि उसपर कानून-व्यवस्था का खयाल न रखे जाने से जुड़ा कोई सवाल खड़ा हो, लेकिन शशिकला ने इसके लिए साफ ना कह दी।
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