मानवाधिकार आयोग के पब्लिक रिलेशन्स ऑफिसर एल.आर. सिसोदिया ने मंगलवार को कहा, ‘आयोग ने 15 दिन के अंदर इस घटना (एनकाउंटर) पर रिपोर्ट मांगी है। आयोग वीडियो की भी जांच करेगा।’ सिसोदिया उस विडियो के बारे में कह रहे हैं जिसके सामने आने के बाद एनकाउंटर पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। कथित तौर पर ग्रामीणों द्वारा बनाया गया एनकाउंटर का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब चल रहा है। इसमें पुलिस आतंकियों पर गोली चलाते हुए दिख रही है। हालांकि, इसकी स्वतंत्र तौर पर पुष्टि नहीं हो पाई है।
इससे पहले पार्टियों ने एनकाउंटर पर सवाल उठाए थे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को कहा, ‘कोई गलत करता है तो एनकाउंटर होते हैं। लेकिन इस मामले में हमें संशय है। इस एनकाउंटर का खुलासा होना चाहिए।’ उधर, कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने वीडियो का हवाला देते हुए एनकाउंटर पर सवाल किए। उन्हों ने कहा, ‘भोपाल एनकाउंटर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। मैं इस मामले में वैसी जांच की मांग करता हूं जिसकी निगरानी कोर्ट द्वारा की जाए।’ दिल्लीं के मुख्यंमंत्री और आप नेता अरविंद केजरीवाल ने भी मुठभेड़ को फर्जी बताया था। उन्होंने कहा था, ‘यह मोदी राज है। फर्जी मुठभेड़, फर्जी मामले, रोहित वेमुला, केजी बंसल, नजीब के गायब होने का मामला, दलितों पर अत्यााचार, आरएसएस और गोरक्षक।’