सहरसा: सहरसा में राजद की नेता ने इंसानों को बैल बना दिया।इस तस्वीर को देखिये ।यह तस्वीर बहुत कुछ बयां कर रही है ।यह तस्वीर सहरसा जिला मुख्यालय से महज आठ किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत सत्तर (वार्ड ऩ 1) की मुख्य सड़क की हैं ।यह वह सड़क है जो सहरसा से सत्तर कटैया को जोड़ती हैं ।यूँ तो इस सड़क पर सालों भर पानी जमा जमा रहता है लेकिन बरसात में इस सड़क की और फजीहत हो जाती है और यह सड़क की जगह लंबी दूरी वाला तालाब बन जाता है ।जरा सी बरसात होने पर यह नजारा बार बार देखने को मिलता है ।हद तो यह है की इस तालाबनुमा सड़क पर कीचड़ भी काफी है और कीचड़ में फँस जाने की वजह से कोई भी वाहन लेकर गाँव आना नहीं चाहता ।यहाँ तक की बच्चे स्कूल जाने से भी कतराते हैं ।पर आज तक किसी सरकारी अधिकारी ने इस सड़क की मरम्मती के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है ।बड़े बड़े नेता और मंत्री इधर से अपना रास्ता मोड़ लेते है । आरजेडी की जिला महिला अध्यक्ष विजय लक्ष्मी जब इधर से निकली तो उनकी हिम्मत नहीं हुई कीचड़ में पैर रखने की। कीचड़ पार करने के लिए उन्हे एक सवारी की जरूरी महसूस हुई। खोजने पर बिना बैलों की एक गाड़ी मिल गई। कीचड़ा पार करने के लिए विजय लक्ष्मी ने इंसानों को ही गाड़ी में जोत दिया, और बड़े शान से इंसानगाड़ी की सवारी की।
पंचायत की मुखिया और सत्ताधारी दल की नेत्री जब इंसान और जानवर का फर्क ना समझे तो,आखिर कौन इस फर्क को समझेगा? सामाजिक न्याय के पुरोधा लालू प्रसाद को यह तस्वीर जरूर देखनी चाहिए और क्या उचित है,उसको लेकर आवाज बुलंद करनी चाहिए । ताल ठोंककर कहेंगे की यह तस्वीर इंसानियत को जद से शर्मसार कर रही है ।
इनपुट- मुकेश कुमार, सहरसा