नोटबंदी: जेब में थे सिर्फ़ 500,1000 के नोट, नहीं मिला मां के लिए कफ़न

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नोटबंदी

नोटबंदी के फैसले का कहीं-कहीं साईड इफेक्ट भी देखने को मिल रहा है ।बिहार के मधेपुरा में एक बेटा पांच सौ और हजार के नोट होने के कारण अपनी मृत मां के लिए कफन खरीदने में परेशान रहा।घटना मधेपुरा शहर के वार्ड संख्या 11 की है ।

बुधवार को इनामुल की मां हंसमुन निशा (60) की मौत हो गई ।वह कई दिनों से बीमार चल रही थी । इनामुल कफन खरीदने बाजार गया, लेकिन कोई भी दुकानदार उसे कफन देने को तैयार नहीं हुआ ।क्योंकि उसके पास सिर्फ 500 और 1000 रुपये के ही नोट थे ।दुकानदार सर्फ और सिर्फ 100 रुपये के नोट मांग रहे थे ।हद की इंतहा तो यह थी की कोई भी समाज का आदमी आगे नहीं आ रहा था ।रात हो चुकी थी,तब एक सज्जन ने दिलेरी दिखाई और कफ़न का इंतजाम किया ।यह घटना खोती इंसानियत की एक बानगी जरूर थी ।

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ब्लैक मनी की ‘होम डिलीवरी’
मधेपुरा के बाद इस मोदी धमाके का साईड इफेक्ट पटना में देखने को मिल रहा है जहां 500 और 1000 रुपये के नोट पर बैन लगने के बाद राजधानी में नोटों की खरीद-फरोख्त का बाजार सज चुका है ।अवैध कमाई को ठिकाने लगाने और आमलोगों की खुल्ले की मजबूरी का फायदा उठाने के लिए बाजार में दलाल सक्रिय हो गये हैं । ये दलाल बस स्टैंड और भीड़-भाड़ वाले एरिया में लोगों से संपर्क साध रहे हैं ।लोगों को एक लाख रुपये के 500 व 1000 के नोटों के बदले 100-100 के 60 हजार रुपये देने का वे दावा भी कर रहे हैं ।पैसे ग्राहकों को मन-मुताबिक जगह पर पहुंचाने की बात कही जा रही है ।यानि होम डिलिवरी तक का भी ऑप्शन दिया जा रहा है ।

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खबर इनपुट – मुकेश कुमार, बिहार