सामाजिक कार्यकर्ता बेला भाटिया को कुछ अज्ञात लोगों ने छत्तीसगढ़ का बस्तर जिला छोड़ने की धमकी दी है। धमकी देने आए अज्ञात लोगों ने बेला जिनके घर में किराए पर रहता हैं उन्हें भी धमकी दी है। उन्होंने कहा है कि अगर बेला ने यह जगह नहीं छोड़ी तो वे उन्हें और उनके मकान मालिक को जलाकर मार डालेंगे। बता दें, बेला बीते कुछ सालों से बस्तर के आदिवासियों के बीच काम कर रही है। बेला मानवाधिकार आयोग की उस टीम की मदद कर रही हैं, जो इस वक्त बीजापुर के गांवों में आदिवासी महिलाओं के साथ कथित बलात्कार की शिकायत की जांच कर रही है।
इस पर एक न्यूज चैनल से बातचीत में बेला भाटिया ने कहा कि उन्हें पिछले कुछ सालों से लगातार डरा धमका कर बस्तर से भगाने की कोशिश हो रही है, लेकिन वह डटी रहेंगी। उन्होंने कहा, मैं बस्तर में ही रहूंगी। बस्तर छोड़ने का कोई इरादा नहीं। मैं लगातार मिल रही धमकियों से नहीं डरी हूं।
भाटिया का कहना है सोमवार को दोपहर में करीब 30 लोगों ने आकर उन्हें घर खाली करने को कहा और उनके खिलाफ नक्सली समर्थक होने के नारे लगाए। पुलिस और सरपंच की मौजूदगी में बेला की मकान मालकिन और उनसे 24 घंटे में घर खाली कराने की बात सादे कागज पर लिखा ली गई।
भाटिया का कहना है कि उन्होंने जिलाधिकारी अमित कटारिया से कहा है कि उन्हें अपना सामान लेकर घर छोड़ना है और इसके लिए वह जगह चाहती हैं। उन्होंने बताया, मैंने जिलाधिकारी से रहने के लिए जगह मांगी है। उन्होंने मुझसे कहा है कि मैं गेस्ट हाउस में रह सकती हूं, लेकिन मुझे रहने के लिए घर चाहिए।