नई दिल्ली। गोवा के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर ने सोमवार(7 नवंबर) को गोवा राज्य को विशेष दर्जा मिलने की संभावना से इनकार कर दिया। पारसेकर ने कहा कि ‘‘गोवा को विशेष दर्जा नहीं दिया जा सकता, क्योंकि राज्य सभी मोर्चे पर शीर्ष पर है।’’
उन्होंने कहा कि ‘‘विशेष दर्जा उन राज्यों को दिया जाता है जो पिछड़े हुए हैं।’’ आपको बता दें कि भाजपा ने 2012 के अपने घोषणापत्र में राज्य को विशेष दर्जा देने का वायदा किया था। गोवा अपनी संस्कृति और विरासत के संरक्षण के लिए विशेष दर्जा दिए जाने की मांग करता रहा है।
पूर्व में, तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने राज्य के लिए विशेष दर्जा हासिल करने की मांग को लेकर दिल्ली के लिए एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने का फैसला किया था। इस बीच, पार्सेकर ने अपनी सरकार पर जुआ संस्कृति को बढ़ावा देने के लग रहे आरोपों को खारिज कर दिया।
उन्होंने कहा कि ‘‘मंडोवी नदी में सभी छह जुआघर पूर्व की कांग्रेस सरकार का उपहार हैं। हमारी सरकार ने जुआघरों को कोई अनुमति नहीं दी है।’’