नोएडा स्थित AMITY यूनिवर्सिटी के 21 वर्षीय छात्र जीसाईं कृष्णा की खुदकुशी से पर्दा उठ गया है। खुदकुशी से पहले कृष्णा ने एक सुसाइड नोट छोड़ा था। तेलगु भाषा में लिखे इस सुसाइड नोट में उसने अपना दर्द बयां किया और फिर फांसी के फंदे पर झूलकर अपनी जान दे दी।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार कुछ दिन पहले ही कृष्णा के पिता ने उसकी पढ़ाई तथा किसी से पैसे मांगने और वापस नहीं लौटाने को लेकर उसे डांट लगायी थी। सुसाइड नोट से पता लगा कि कृष्णा अपने हालात से काफी परेशान था और वो खुदकुशी करना नहीं चाहता था। सुसाइड नोट में कृष्णा ने लिखा – आत्महत्या करना आसान नहीं है। इसके लिए मेरे मां-पापा का दोष नहीं है। पापा-मम्मी बहन को अच्छी तरह से पढ़ाना उसका ख्याल रखना।
इस सुसाइड नोट में चंद अल्फाज़ लिखकर कृष्णा हमेशा के लिए दुनिया छोड़कर चला गया। गौर करने वाली बात ये भी है कि कृष्णा ने जब ये कदम उठाया, उस वक्त कॉलेज में दिवाली की छुट्टियां चल रही थीं। ज्यादातर छात्र छुटि्यों में अपने घर गए हुए थे। लेकिन कृष्णा अपने घर तक नहीं गया।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद विश्वविद्यालय प्रवक्ता सविता मेहता ने कहा कि हम जांच में पुलिस को सहयोग कर रहे हैं। हमने छात्रों की मदद के लिए एक कॉउंसलिंग सेंटर भी स्थापित किया है। कृष्णा के पिता जी दीनदयाल रेड्डी ने दावा किया कि कृष्णा ने उन्हें ऐसी कोई समस्या नहीं बतायी थी जिसके कारण उसे आत्महत्या करनी पड़ी।
गौरतलब है कि नोएडा स्थित AMITY यूनिवर्सिटी के 21 वर्षीय एक छात्र ने हॉस्टल के अपने कमरे में कथित रूप से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। तेलंगाना निवासी जी साई कृष्णा ‘‘पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन फैसिलिटीज मैनेजमेंट’’ में प्रथम वर्ष का छात्र था और AMITY यूनिवर्सिटी हॉस्टल में ही रहता था।