जिसे शिक्षा का मंदिर कहा जाता है आज उसे ही जलाया जा रहा है। कश्मीर में 8 जुलाई को हिजबुल मुजाहिद्दीन कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद घाटी में शुरू हुई हिंसा में अब तक 29 स्कूलों को आग के हवाले किया जा चुका है। जिसके चलते सरकार ने यह फैसला लिया है कि अब टीचर्स ही अपने स्कूल की सुरक्षा करेंगे। आदेश के मुताबिक, स्कूल टीचर्स को रात में भी अपने स्कूल की सुरक्षा करनी होगी। यह निर्देश घाटी के सभी स्कूलों में जारी कर दिए गए हैं और शिक्षकों का कहना है कि इस निर्देश के अनुसार स्कूल की सुरक्षा की जिम्मेदारी उनके कंधों पर डाल दी गई है।
इस तरह का निर्देश जारी करने वाले श्रीनगर के चीफ एजुकेशन ऑफिसर (CEO) आरिफ इकबाल मलिक ने बताया कि कश्मीर के डिविजनल कमिश्नर बशीर खान के नेतृत्व में हुई एक हाई-लेवल मीटिंग के बाद यह फैसला लिया गया है। हालांकि बशीर खान ने इसपर कोई भी टिप्पणी करने से मना कर दिया।आरिफ इकबाल मलिक ने एक नवंबर को यहां के 1,015 स्कूलों को यह निर्देश जारी किए थे। इसके मुताबिक, चौकीदार हर समय उपलब्ध हो, यदि चौकीदार नहीं है तो सिक्योरिटी की जिम्मेदारी स्कूल के किसी स्टाफ मेंबर को सौंपी जाए।