नई दिल्ली। नियंत्रण रेखा के पार आतंकी लॉंच पैडों पर भारतीय सेना के लक्षित हमले (सर्जिकल स्ट्राइक) के तीन दिन बाद जम्मू कश्मीर के बारामूला में रविवार(2 अक्टूबर) की रात आतंकवादियों ने एक सेना के कैंप पर पर हमला किया है। सूत्रों के मुताबिक, सेना ने मुठभेड़ में 2 आतंकियों को ढेर कर दिया, जबकि गोलीबारी में बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया और एक जवान घायल है।
अधिकारियों ने बताया कि शहीद बीएसएफ जवान की नाम नितिन है और घायल जवान का नाम कांस्टेल पुलविंदर हैं। दोनों बीएसएफ की 40 वीं बटालियन से जुड़े हैं। वरिष्ठ बीएसएफ अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। बीएसएफ महानिदेशक के. के. शर्मा ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को इस घटना की जानकारी दी है।
अधिकारियों ने बताया कि पास के बीएसएफ शिविर से 46 आरआर में दाखिल हुए आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलियां चलायीं और ग्रेनेड फेंके। गोलीबारी में बीएसएफ के दो जवान घायल हो गए। उन्हें पास के अस्पताल में ले जाया गया, जहां उनमें से एक की मौत हो गई।
श्रीनगर स्थित पंद्रहवीं कोर के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने बताया कि बारामूला के जांबाजपोरा में आतंकवादियों ने सैन्य शिविर पर गोलियां चलायीं। गोलीबारी देर रात तक जारी रही। यहां से करीब 54 किलोमीटर दूर बारामूला के आसमान में सेना ने आतंकवादियों की स्थिति का पता लगाने के लिए रौशनी करने वाली फायरिंग की। ये आतंकवादी राष्ट्रीय राइफल्स की 46 बटालियन में घुसे थे।
अधिकारियों के मुताबिक सीमा सुरक्षा बल के कर्मी इस शिविर में सैनिकों के साथ रहते हैं। सीमा सुरक्षा बल इस इलाके में सेना के संचालन कमान में है। यह आतंकी हमला उरी सेना के ब्रिगेड मुख्यालय पर हुए आतंकी हमले के महज एक पखवाड़े के बाद हुआ है।
मालूम हो कि उरी हमले में 19 सैनिक शहीद हुए थे। उरी हमले के बाद भारतीय सैनिकों ने बदले में बृहस्पतिवार को तड़के पीओके में आतंकवादी लॉंच पैडों पर सर्जिकल हमला किया था। तब से रक्षा प्रतिष्ठानों पर आतंकी हमले की आशंका थी।