लखनऊ: यूपी में ‘गाली’ की राजनीति लगातार गरमाती जा रही है. पहले दया शंकर सिंह की ‘घटिया’ बयान के बाद बीजेपी बैकफुट पर थी। लेकिन, कार्य़कर्ताओं की ‘अभद्र’ प्रतिक्रिया के बाद अब मायावती और उनकी पार्टी घिरती नजर आ रही है। मायावती ने कह दिया है कि उनके कार्य़कर्ताओं ने एहसास कराने के लिए विरोध किया है। दया शंकर सिंह की पत्नी खुलकर सामने आ गई हैं। उन्होंने कहा है कि परिवार को राजनीति में घसीटने के लिए वे मायावती पर एफआईआर करेंगी।
दयाशंकर की पत्नी अब मायावती से सवाल पूछ रही हैं कि उनके परिवार को क्यों निशाना बनाया जा रहा है। आखिर, उनकी 12 साल की बेटी, 80 साल की मां और उनकी क्या गलती है ? उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि उन्हें जान से मारने की धमकी मिल रही है और उन्हें सुरक्षा चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि उनका वास्ता कभी राजनीति से नहीं रहा तो उनके परिवार की महिलाओं को क्यों निशाना बनाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि वे बसपा सुप्रिमो मायावती, नेता सतीश मिश्र और नसीमुद्दीन सिद्दीकी पर मुकदमा दर्ज कराएंगी। उन्होंने कहा कि उनका परिवार जिस परिस्थिति से गुजर रहा है उसके लिए मायावती जिम्मेदार हैं। जब उनकी कोई गलती ही नहीं तो उन्हें क्यों परेशान किया जा रहा है।
इन सबके बीच मायावती का कहना है कि कार्य़कर्ताओं ने जो किया वह दया शंकर सिंह को ‘एहसास’ कराने के लिए था। गौरतलब है कि प्रदर्शन के दौरान बसपा समर्थकों ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल दया शंकर सिंह के लिए तो किया ही साथ ही उनके परिवार को लेकर भी आपत्तिजनक टिप्पणी की है।
इस मामले में अबतक बैकफुट पर चल रही बीजेपी भी मुखर होने लगी है. बीजेपी कह रही है कि हमने गाली देने के आरोपी नेता के खिलाफ कार्रवाई की है अब बीएसपी भी कार्रवाई करे। हालांकि, मायावती अपने कार्य़कर्ताओं के प्रदर्शन को सही ठहराने पर अड़ी हुई हैं।
बीजेपी के पूर्व नेता दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाति ने कहा कि ‘मायावती के बारे में उनके पति ने बोला तो केस दर्ज हुआ लेकिन उनकी बेटी के बारे में जो कहा गया उन लोगों पर केस क्यों नहीं किया गया।’ लखनऊ में अंबेडकर की मूर्ति के पास खड़े होकर मायावती की पार्टी के कुछ कार्यकर्ता ने दयाशंकर की बेटी और बहनों के बारे में ऐसे अपशब्द कहे थे।