सीएम योगी आदित्यनाथ ने भर्तीयों में गड़बड़ियों को लेकर UPPSC के चेयरमैन डॉ. अनिरुद्ध यादव को तलब किया है। एमएलसी दिनेश सिंह ने शिकायत किया था कि भर्ती में एक विशेष जाति को प्राथमिकता दी जा रही है। इस पर कार्यवाही करते हुये आयोग ने पहले ही कई भर्तियों और साक्षात्कार पर रोक लगा रखी है। साथ ही यह भी कहा कि वह पहले हुई भर्तियों की भी सीबीआई जांच करा सकता है।
पिछले ही साल राज्यपाल राम नाईक ने डॉ. अनिरुद्ध सिंह यादव को उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (UPPSC) का नया चेयरमैन बनाया गया था। उससे पहले डॉ. अनिरुद्ध डॉ. यादव गोविंद बल्लभ पंत महाविद्यालय बदायूं के प्राचार्य पद पर थे। गौरतलब है की हाईकोर्ट के आदेश के बाद 14 अक्टूबर 2016 को पब्लिक सर्विस कमीशन के तत्कालीन अध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार यादव को पद से हटाकर इन्हें नियुक्त किया गया था।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद राज्य में एक जाति के लोगों को सरकारी नौकरी में वरीयता दिए जाने के आरोप लगाए थे। इससे पहले भी राज्य की समाजवादी पार्टी सरकार एक जाति विशेष के लोगों को सरकारी नौकरी में ज्यादा तवज्जो देने के आरोप लगते चले आ रहे थे।