पानी के तेज बहाव के साथ स्यांबगड़, तल्ला कुलाघाट, मल्ला कुलाघाट, सल्याड़ी और खातपोली को जोड़ने वाले छह पैदल पुल बह गए। गांव के पीछे की पहाड़ी में हुए भूस्खलन के साथ निकले बड़े बड़े बोल्डर गांव की सीमा तक आ गए। जिसके कारण धरती हिलने लगी और गांव वाले घबराकर घरों से बाहर निकलकर पेड़ों की आड़ में बैठे रहे। पूरी रात लोगों को दहशत में गुजारनी पड़ी।