उपचुनाव के दौरान हुई हिंसा को नैशनल कॉन्फ्रेंस ने केंद्र, राज्य सरकार और चुनाव आयोग की नाकामी करार दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘मैं 20 सालों ने राजनेता हूं, पर चुनाव और प्रचार के लिए इतनी खराब स्थिति मैंने कभी नहीं देखी। यह राज्य सरकार, केंद्र और चुनाव आयोगी की असफलता है।’ उधर पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि सरकार लोगों को मतदान करने के लिए सुरक्षित और शांतिपूर्ण माहौल दे पाने में नाकाम रही है।
फिलहाल पुलिस स्थिति को सामान्य बनाने में जुटी हुई है। इसके पहले चुनाव आयोग ने आधी रात से श्रीनगर संसदीय क्षेत्र में आने वाले तीन जिलों में इंटरनेट सेवा को निलंबित कर दिया। आयोग ने यह फैसला इस जानकारी के बाद किया कि पाकिस्तान के कुछ समूह उप-चुनाव के बारे में गलत खबरें फैला रहे हैं। गांदेरबल, श्रीनगर और बडगाम में इंटरनेट कनेक्शन फिलहाल बंद कर दिया गया है।































































