शिवसेना के एक नेता ने संकेत दिया कि मोदी राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर सहमति बनाने की दिशा में भी उद्धव से बातचीत कर सकते हैं। इससे पहले, गुरुवार को महाराष्ट्र बीजेपी की कोर कमिटी की बैठक भी हुई। सीएम देवेंद्र फडणवीस, प्रदेश अध्यक्ष राव साहब दन्वे, एजुकेशन मिनिस्टर विनोद तावड़े और ग्रामीण विकास मंत्री पंकजा मुंडे ने राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल के घर पर बैठक की। बैठक में शिवसेना द्वारा प्रदेश सरकार के फैसलों पर लगातार तीखे रवैये पर चर्चा की गई। मामले से जुड़े सूत्रों ने बताया कि इस राय मशविरे में पार्टी के सामने दो विकल्प उभरकर सामने आए। पहला यह कि मध्यावधि चुनाव कराया जाए और दूसरा यह कि कांग्रेस और एनसीपी के विधायकों को अपने पाले में किया जाए।
गौरतलब हैं कि बीजेपी के पास 288 सदस्यीय विधानसभा वाले सदन में 122 सदस्य हैं। बहुमत के लिए बीजेपी को 23 विधायक और चाहिए होंगे। बीजेपी के पास 20 छोटी पार्टियों और निर्दलीय विधायकों में से 13 का समर्थन हासिल है। ऐसे में सरकार को सदन में अपना बहुमत साबित करने के लिए महज 10 विधायकों की जरूरत है। अगर बीजेपी 10 विधायकों को अपने पक्ष में क्र लेती हैं तो उसे शिवसेना के समर्थन की आवश्यकता ही नहीं होगी।