नई दिल्ली। पंजाब में खास तौर से जालंधर में बेहतर चिकित्सा सुविधा होने के बावजूद, सरकारी व्यवस्था की कथित शिकार उत्तर प्रदेश की एक महिला ने मंगलवार(13 सितंबर) को शहर के बीचोबीच कंपनी बाग चौक के निकट मुख्य सडक पर ही एक बच्चे को जन्म दे दिया। हालांकि, समय पूर्व जन्म लेने वाले नवजात की मौत हो गई।
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के रहने वाले रिक्शा चालक कन्नू ने बताया कि उसकी पत्नी को प्रसव पीडा हुई। इसके बाद उसने सरकारी एम्बुलेंस सेवा के लिए 108 नंबर पर दो बार फोन किया। लेकिन दोनों ही बार उसका फोन किसी ने रिसीव नहीं किया।
शहर के गुरू नानक पुरा में रहने वाले कन्नू ने बताया कि अंतत: उसने पत्नी और दो अन्य महिला रिश्तेदार को अपने रिक्शे में बैठा कर सदर अस्पताल की ओर चल दिया, लेकिन कंपनी बाग चौक के निकट अचानक दर्द तेज हो गया। इसके बाद महिला को रिक्शे से उतारकर वहीं सडक पर ही बैठा दिया गया।
उसने बताया कि रिश्तेदार तथा वहां से गुजरने वाली महिलाओं ने अपने अपने दुपट्टे से घेरा बना कर सडक पर ही प्रसव करवा दिया। समय पूर्व हुए इस प्रसव के कुछ ही मिनट बाद बच्चा मर गया। हालांकि, कुछ लोगों का कहना था कि बच्चा मरा पैदा हुआ है।
मामले को देखते हुए किसी राहगरी ने 108 नंबर पर फोन किया तो लगभग आधे घंटे बाद एम्बुलेंस ने मौके पर पहुंच कर महिला को सदर अस्पताल पहुंचा दिया, जहां बाद में उसकी स्थित नाजुक हो गई है।
कन्नू ने रोते हुए कहा कि अगर समय पर एम्बुलेंस वाले आ जाते तो हमारे बच्चे की न केवल जान बच जाती, बल्कि उसकी पत्नी की भी यह दशा नहीं होती। दूसरी ओर सिविल सर्जन ने इसमें किसी भी विभागीय लापरवाही से इंकार किया है।