उत्तर प्रदेश के योगी आदित्य नाथ सरकार ने मायावती के स्मारकों-पार्को को फिर से चमकाने के लिये 10 करोड़ रुपये दिये। तेरह मई को बसपा प्रमुख और राज्य की पूर्व सीएम मायावती ने कहा था कि अगर योगा आदित्यनाथ कांशीराम और उनके आदर्शों की परवाह करते है तो उन्हें स्मारकों का ख्याल रखना चाहिए। जिसके बाद योगी आदित्यनाथ की सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए। मायावती सरकार के समयकाल के दौरान बनवाए गए पार्कों और स्मारकों को फिर से चमकाने का काम करेगी।
इसको लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) सेक्रेटरी जयशंकर दुबे ने मीडिया को बताया कि कांशीराम स्मारक की बत्तियों को सही करने का काम शुरू भी हो चुका है। दुबे ने बताया कि दूसरे स्मारकों का काम भी जल्द शुरू हो जाएगा और काम का ठेका ई-टेंडरिंग से दिया जाएगा। ये पैसा मायावती द्वारा इस मद के लिए बनाए गए 120 करोड़ रुपये के फंड से अावंटित किया जाएगा। एलडीए के आधिकारियों के अनुसार पिछले कई सालों से इन पार्कों-स्मारकों की मरम्मद के लिए पैसा आवंटित नहीं किया गया था।
दुबे ने मीडिया से बात चीत के दौरान बताया कि पहले फेज में इन पार्कों और स्मारकों की बत्तियों को ठीक किया जाएगा, और फव्वारों की भी मरम्मत की जाएगी। जितने भी टूट फूट की सारी चीजो की मरमम्त की जाएगी। ओर इन इमारतों में लगे सारी लाइट बल्ब और हैलोजन लाइटों को भी बदले की तैयारी है। हरित क्षेत्र सिंचाई के बिना सूख गया था, उसे भी ठीक किया जाएगा। हांलाकि अखिलेश यादव की सरकार ने ऊर्जा की बचत करने के लिए इन पार्कों व स्माकरण में बिजली बंद करवा दी थी। जिन्हे अब दुबारा से ठीक किया जाएगा।
आपको बात दें कि मायवती सरकार ने भीमराव अंबडेकर सामाजिक परिवर्तन स्थल, अंबेडकर सामजिक परिवर्तन स्थल, अंबेडकर विहार, बेडकर गोमती विहार खंड एक और खंडो दो, कांशीराम ग्रीन (इको) गार्डेन और कांशीराम स्मारक स्थल इत्यादि का निर्माण करवाया था। जिसमें से ज्यादातर निर्माण यूपी राजकीय निर्माण निगम ने करवाया था।