सूबे में एक दलित शख्स की बेइज्जति और दर्दनाक मौत के बाद ये घटना पूरे प्रदेश के लिए कलंक बनकर सामने आई। इस घटना के बाद प्रदेश सरकार और कानून व्यवस्था पर जमकर सवाल उठे। आखिरकार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत आरोपी की गिरफ्तारी से कुछ देर पहले पीड़ित के घर पहुंचे। हरीश रावत ने दलित सोहन राम की पत्नी से मुलाकात कर उनसे माफी मांगी।
सीएम रावत ने उस दलित शख्स की पत्नी के माफी मांगी जिसके पति को एक ऊंची जाति के शख्स ने दुकान को ‘अपवित्र’ करने के लिए जान से मार डाला था। दरअसल, उत्तराखंड के बाघेशवर के भेटा गांव में 32 साल के दलित शख्स सोहन राम को ऊंची जाति के ब्राह्मण ललित कर्नाटक ने आटे की चक्की में घुसकर उसे ‘अपवित्र’ करने के लिए जान से मार दिया था। उस शख्स के घर पहुंचकर हरीश रावत ने मीना नाम की उसकी पत्नी से कहा, ‘मैं शर्मिंदा हूं और आपसे हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं।’ सोहन राम की हत्या 5 अक्टूबर को की गई थी। ललित कर्नाटक सरकारी स्कूल में टीचर है। इंडियन एक्सप्रेस को मिली जानकारी के मुताबिक, ललित ने पहले तो सोहन को जाति सूचक ‘गालियां’ दीं फिर एक दरांती लेकर उसका गला काट दिया। सोहन के परिवार में 6 लोग हैं। उनमें सिर्फ सोहन ही इकलौता कमाने वाला था।
सोहन के परिवार ने आरोप लगाया था कि ललित के भाई और पिता लगातार उन लोगों को शिकायत ना दर्ज करवाने के लिए धमकी दे रहे थे। लेकिन परिवार ने फिर भी शिकायत दर्ज करवा दी जिसके बाद ललित को पकड़ भी लिया गया। गिरफ्तारी से कुछ घंटे पहले ही हरीश रावत सोहन राम के घर पहुंचे थे। वह वहां जाने वाले अबतक के पहले मुख्यमंत्री भी बन गए हैं।
ललित के परिवार के एक शख्स ने उसके बचाव में कहा कि ललित कुछ दिनों से नौकरी को लेकर ‘परेशान’ चल रहा था। वहीं एसपी सुखबीर सिंह ने कहा कि वह निजी दुश्मनी की जांच करेंगे। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि मामला साफ तौर पर दलित पर हुए अत्याचार का है।