नई दिल्ली : आतंकी संगठन अलकायदा का सरगना अयमान अल-जवाहिरी पाकिस्तान में है और वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के संरक्षण में संभवतः कराची में रह रहा है। इस खूंखार आतंकी की मौत से पहले ‘आखिरी इच्छा’ अमेरिका को आतंकी हमले से दहलाने की है। न्यूजवीक ने अपनी एक रिपोर्ट में अलग-अलग कई सूत्रों के हवाले से ये दावा किया है। इतना ही नहीं, पाकिस्तान के एक पूर्व शीर्ष अधिकारी ने न्यूजवीक को बताया कि ओसामा बिन लादेन का बेटा हमजा बिन लादेन भी पाकिस्तान में है और उसे भी आईएसआई ने संरक्षण दे रखा है। न्यूजवीक ने जिन सूत्रों के हवाले से ये दावा किया है उसे बहुत ही विश्वसनीय बताया है। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी अल-जवाहिरी की अमेरिकी बलों से तभी से रक्षा कर रही है जबसे उसने 2001 में अफगानिस्तान में अल-कायदा का सफाया किया था।
अमेरिका को भी शायद अल जवाहिरी के पाकिस्तान में होने और यहां तक कि उसके ठिकाने के बारे में भी पता है क्योंकि पिछले साल जनवरी में बराक ओबामा प्रशासन ने जवाहिरी को टारगेट कर ड्रोन हमला किया था लेकिन वह बाल-बाल बच गया था। एक ‘सीनियर’ चरमपंथी ने न्यूजवीक को बताया, ‘जिस कमरे में जवाहिरी ठहरा था उस कमरे के ठीक बगल वाले कमरे पर ड्रोन हमला हुआ था। इससे दोनों कमरों की साझा दीवार ध्वस्त हो गई थी और विस्फोट की वजह से कुछ मलबा भी जवाहिरी पर गिरा था। इससे उसका चश्मा टूट गया था लेकिन वह बच गया।’
अफगान तालिबान के एक नेता ने न्यूजवीक को बताया कि अल जवाहिरी पर 2001 से ही कई ड्रोन हमले हो चुके हैं लेकिन हर हमले में वह बच गया। उसने आगे बताया कि अल कायदा सरगना अपने समूह के नियंत्रण वाले इलाकों में ही लोकप्रिय नहीं रहा क्योंकि वह अफगानिस्तान सरकार के साथ शांति समझौते की कोशिश में था और वह खुद को ‘विश्व शांति के लिए खतरे’ के तौर पर नहीं देखना चाहता। यही वजह है कि आईएसआई अल जवाहिरी को कराची लेकर चली गई।
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