पुलिस का दावा है कि नववर्ष की पूर्व संध्या पर विस्तृत सुरक्षा इंतजाम किए गए थे। 1,500 पुलिस कर्मियों को ड्यूटी पर लगाया गया, सीसीटीवी कैमरे लगाए गए। इसके अलावा कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस, सिटी आर्म्ड रिजर्व कर्मियों को तैनात किया गया था और निगरानी टावर बनाए गए थे।
हालांकि, मौके पर बदमाशों को नियंत्रित करने के दौरान पुलिस की संख्या कम पड़ी। कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश ने कहा, ‘‘हम आरोपियों की पहचान करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने का प्रयास करेंगे।’’ पुलिस का कहना है कि किसी ने भी उसके पास छेड़खानी की शिकायत दर्ज नहीं कराई है।
ललिता कुमारमंगलम ने कहा, ‘‘हम सकते में हैं.. हमने इस पर स्वत: संज्ञान लिया और यही हमने गृहमंत्री, प्रदेश पुलिस प्रमुख और मुख्य सचिव को भी भेजा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम तत्काल जवाब चाहते हैं। यदि जवाब संतोषप्रद नहीं हुआ तो हम यह पता लगाने के लिए टीम भेजेंगे कि पुलिस ने घटना पर स्वत: संज्ञान क्यों नहीं लिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे बताया गया है कि उनके पास कैमरे आदि से जो फुटेज उपलब्ध हैं, उसे भी नहीं जांचा गया है और इस आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि वे इस तथ्य का प्रयोग बहाने के रूप में कर रहे हैं कि किसी ने औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई है।’’
इस बीच कर्नाटक राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष नागलक्ष्मी बाई ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘मैंने खबरों में आई घटना का संज्ञान लिया है। मैंने पुलिस से रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट मिलने के बाद मैं आगे की कार्रवाई करूंगी।’’ पुलिस ने 31 दिसंबर को रेस्तरां, बार और पब को रात दो बजे तक खुला रखने की अनुमति दी थी।