दिल्ली:
कश्मीर में आज प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच हई झड़प की घटनाओं में 200 से अधिक लोग घायल हो गये। ये घटनाएं उस दिन हुई हैं जब सांसदों का सर्वदलीय शिष्टमंडल घाटी की जमीनी हालात के आकलन के लिए यहां मौजूद था। घाटी में जनजीवन लगातार 58वें दिन बाधित रहा।
एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि श्रीनगर के खानयार, सफाकदल, नौहट्टा, रानीवाड़ी और एमआर गंज जैसे कुछ थाना क्षेत्रों के छोड़कर घाटी के किसी और इलाके में कफ्र्यू नहीं लगाया गया।
उन्होंने बताया कि श्रीनगर, अनंतनाग, पुलवामा, कुलगाम, शोपियां, अवंतीपुरा और सोपोर में पथराव की दस घटनाओं की सूचना मिली।
दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में सुबह से शुरू हुई झड़प की घटनाएं लगभग दिन भर चलीं और प्रदर्शनकारियों ने मिनी सचिवालय की इमारत में आग लगा दी, जो उपायुक्त कार्यालय है।
उन्होंने बताया, ‘‘शोपियां में भीड़ ने हमला किया और मिनी सचिवालय में आग लगा दी। आग पर नियंत्रण पा लिया गया। हालांकि इमारत को आंशिक तौर पर नुकसान हुआ है।’’ अधिकारी ने बताया कि जिले के पंजूरा गांव में पुलिस ने लोगों को रैली निकालने से मना किया, जिसके बाद झड़प की ये घटनाएं शुरू हो गयीं जिसमें 100 से अधिक लोग घायल हुए । पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज का सहारा लिया और आंसू गैस के गोले छोड़े।
पुलवामा जिले के तराल इलाके से झड़प की सूचनाएं मिलीं, जहां पथराव करने वालों के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई में 60 से अधिक लोग घायल हो गये।
प्रदर्शनकारियों ने तराल से सत्तारूढ़ पीडीपी के विधायक मुश्ताक अहमद शाह के घर पर भी हमला किया और उनके घर का शीशा तोड़ दिया। हालांकि इस हमले में कोई घायल नहीं हुआ।