डिप्टी कमिश्नर भूपिंदर सिंह ने कहा, “यह मामला नरभक्षण का है। आरोपी किशोर इंसान का मांस खाना चाहता था। उसने हमें बताया कि वह कच्चा मांस खाना चाहता था। कई बार इसी तलब में वह अपने अंगों की ही चबा चुका था।” अधिकारियों ने आरोपी किशोर को मेडिकल और मानसिक परीक्षण के लिए भेजा है। आरोपी ने पुलिस को बताया कि सोमवार को दोपहर 1.40 बजे वह दीपू को पतंग के लिए मांझा देने के बहाने घर से लेकर आया था। उस वक्त उसके पैरेंट्स काम पर गए हुए थे।
नाबालिग हत्यारे ने बाते कि उसने दीपू की हत्या कर दी और फिर उसके अंगों को धारदार हथियार से काटकर टुकड़े कर डाले और फिर उन्हें एक पोलीबैग्स में इकट्ठा करके साइकल पर लेकर फेंकने चला गया। उसने मासूम का दिल असकोलल के कैंपस में फेंका दिया क्योंकि वो अपने टीचर्स से नफरत करता था इसलिए उन्हें बदनाम करने के लिए उसने ऐसा किया।पुलिस ने एक वॉटर टैंक से मासूम का दिल बरामद कर लिया है।