रायपुर। छत्तीसगढ़ के उग्रवाद प्रभावित बस्तर में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में तीन नक्सली ढेर हुए हैं। पुलिस महानिरीक्षक ‘बस्तर रेंज’ एसआरपी कल्लुरी ने ‘पीटीआई भाषा’ से कहा, ‘‘नारायणपुर जिले में दो कट्टर माओवादी मार गिराए गए और एक अन्य विद्रोही आज तड़के पड़ोसी कोंडागांव जिले में मारा गया।’’ महानिरीक्षक ने कहा कि जिला आरक्षी समूह यानी डीआरजी ने इस सूचना के आधार पर अभियान शुरू किया कि शोभी के नेतृत्व में माओवादियों की कंपनी की पलटन छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल यानी सीएएफ के जवानों को निशाना बनाने के लिए नारायणपुर में झारा पुलिस शिविर की ओर आ रही है।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों ने यहां से करीब 400 किलोमीटर दूर बंसपाल एवं तोइनार जंगलों के निकट उस मार्ग पर घात लगाई, जिसका नक्सलियों के दल द्वारा झारा की ओर आते समय इस्तेमाल करने की सूचना मिली थी।
कल्लुरी ने कहा, ‘‘घटनास्थल पर पहुंचने पर करीब 20 सशस्त्र माओवादियों को सुरक्षा बलों की मौजूदगी का एहसास हो गया और उन्होंने पुलिस पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी जिसके बाद पुलिस को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी।’’ उन्होंने कहा कि नारायणपुर में एक घंटे तक चली मुठभेड़ के बाद नक्सली घने जंगल की आड़ लेकर वहां से भाग गए।
महानिरीक्षक ने बताया कि तलाश के दौरान घटनास्थल से दो माओवादियों के शव मिले जिनकी पहचान बीजापुर के मद्देड निवासी तिरपति उर्फ आकाश और नारायणपुर के धौदाई के रमेश के रूप में की गई है।
उन्होंने इस अभियान को सुरक्षा बलों के लिए ‘‘शानदार’’ सफलता बताते हुए कहा, ‘‘वे दोनों माओवादियों की कंपनी छह के सक्रिय उग्रवादी थे।’’