नोटबंदी पर पहले दिन से केंद्र सरकार का विरोध कर रही आम आदमी पार्टी अब इस मु्द्दे को अगले साल की शुरुआत में होने वाले निकाय चुनावों में इस्तेमाल कर सकती है। आम आदमी पार्टी म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के चुनावों में जनता के बीच यह मसला ले जाएगी कि नोटबंदी का फैसला पूरी तरह जनता के खिलाफ था। इस फैसले से लोगों को खुशी नहीं, बल्कि दिक्कत ही हुई है। आम आदमी पार्टी ने सभी 272 वार्डों में प्रॉजेक्टर के जरिए नोटबंदी के दुष्प्रभावों को दिखाना शुरू कर दिया है। इतना ही नहीं, वाराणसी की रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर केजरीवाल द्वारा बोले गए हमले की क्लिपें भी दिखा रही है।
इस क्लिप में केजरीवाल आरोप लगाते दिख रहे हैं कि मुख्यमंत्री रहते हुए मोदी ने कुछ कॉरपोरेट घरानों से रुपये लिए। सूत्रों के हवाले से कहा गया कि प्रॉजेक्टर के जरिए केजरीवाल के भाषण के अंश व आम आदमी पार्टी के दिल्ली चीफ दिलीप पांडेय का गाया ऐंथम भी दिखाया जाएगा। इसी के साथ ‘आप’ उस पत्र को भी जनता के बीच पर्चे के रूप में बांटेगी, जो केजरीवाल ने नोटबंदी के बाद प्रधानमंत्री मोदी को लिखा था।
खबर है कि ‘आप’ ऐसे 200-225 शो हर दिन करेगी और हर दिन उसकी कोशिश दिनभर में करीब 20 हजार लोगों तक पहुंचने की होगी। यह काम पार्टी के कार्यकर्ताओं को दिया गया है। हर दिन एक वार्ड का एक व्यस्त स्थल इस शो का गवाह बनेगा। विधायकों व वरिष्ठ पार्टी सदस्यों से जनता के बीच जाने को कहा गया है। सूत्रों ने यह भी बताया कि हर शो के बाद पार्टी के लोग जनता नोटबंदी से जुड़े तीन सवाल पूछेंगे। ये सवाल होंगे – मोदी ने रिश्वत ली? नोटबंदी से मोदी ने अपने अमीर दोस्तों को मदद पहुंचाई? नोटबंदी एक घोटाला है?