नई दिल्ली। अगले वर्ष होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड(जदयू), पश्चिमी उत्तर प्रदेश में प्रभाव रखने वाले राष्ट्रीय लोकदल(रालोद) और दलित जनाधार वाले बीएस-फोर ने सोमवार(21 नवंबर) को गठबंधन करते हुए राज्य विधानसभा के आगामी चुनाव साथ लड़ने का एलान किया।
इससे पहले अजित सिंह का मुलायम सिंह यादव के साथ भी बैठकों का कई दौर चला था, लेकिन बात नहीं बन पाई। गठबंधन की औपचारिक घोषणा के दौरान सभी नेताओं ने सपा प्रमुख मुलायम सिंह को ही निशाने पर रखा और उन पर गठबंधन में शामिल न होने को लेकर वादा खिलाफी का आरोप लगाया।
सभी पार्टियों के नेताओं ने कहा कि मूल रूप से गठबंधन की बातचीत की शुरुआत सपा प्रमुख ने की थी, लेकिन बाद में उन्होंने भागीदारी के बजाय विलय का प्रस्ताव रखा जो स्वीकार्य नहीं था। जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि यह गठबंधन भाजपा को रोकने के लिए किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि हम सपा और बसपा से गठजोड़ नहीं करना चाहते।
रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजित सिंह ने जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव और बीएसफोर के नेता बचान सिंह यादव के साथ संयुक्त प्रेसवार्ता में इसका एलान करते हुए कहा कि यह गठबंधन आगामी विधानसभा चुनाव में लगभग सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारेगा। उन्होंने बताया कि फिलहाल इस गठबंधन का कोई नाम नहीं है, लेकिन यह ईमानदार गठबंधन होगा।