नई दिल्ली। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार(20 अक्टूबर) को दिल्ली पुलिस को जेएनयू के एक लापता छात्र नजीब अहमद का पता लगाने के लिए एक विशेष जांच दल गठित करने का आदेश दिया। उधर, 20 घंटे से अधिक समय तक विश्वविद्यालय के कुलपति और कुछ अन्य आला अधिकारियों को घेरकर रखने के बाद प्रदर्शनकारी छात्रों ने अपने प्रदर्शन के तरीके को बदलने का फैसला किया।
आंदोलनकारी छात्रों ने कहा कि उन्होंने अपने प्रदर्शन के तरीके को बदलने का फैसला किया है और वे अब कुलपति एम जगदीश कुमार और अन्य अधिकारियों को बंधक नहीं बनाएंगे। आंदोलनकारी छात्रों का आरोप है कि जेएनयू प्रशासन लापता छात्र नजीब अहमद का पता लगाने के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं कर रहा है।
इससे पहले, आंदोलनकारी छात्रों ने विश्वविद्यालय के कुलपति एम जगदीश कुमार और कुछ अन्य अधिकारियों को अकादमिक काउन्सिल की निर्धारित बैठक में हिस्सा लेने के लिए सिर्फ अपने कार्यालय से बाहर जाने दिया। 20 घंटे से अधिक समय तक विश्वविद्यालय के कुलपति को अपने कार्यालय से छात्रों ने बाहर नहीं जाने दिया था। अकादमिक काउन्सिल की बैठक देर शाम तक जारी थी।
लापता छात्र के मुद्दे पर छात्रों के प्रदर्शन के छठे दिन में प्रवेश करने के बीच गृह मंत्री ने दिल्ली पुलिस को निर्देश दिया कि वह लापता नजीब का पता लगाने के लिए विशेष दल गठित करे, जो जेएनयू के एक हॉस्टल में एबीवीपी समर्थकों के एक समूह के साथ झगड़ा होने के बाद शनिवार से लापता है।