तभी इंटरव्यू लेने वाले रिपोर्टर ने कहा कि एक आप सांसद बीबीसी के दफ्तर आए थे, जब उनसे पूछा गया कि क्या आप नोट निकालने के लिए लाइन में लगे थे तो उन्होंने कहा कि उनका ड्राइवर उनके पैसे निकालकर लाया था। केजरीवाल ने जवाब दिया, ‘हां तो? आप क्या साबित करना चाहते हैं।? कि 55 लोग नहीं मरे।’ जब रिपोर्टर ने पूछा कि जो इस कदम की तारीफ कर रहे हैं उन्हें नजरअंदाज कैसे किया जा सकता है, तब केजरीवाल ने रिपोर्टर से ही पूछ डाला कि यह कदम किस तरह से फायदेमंद है। उन्होंने कहा, ‘धनवान लोगों को इस कदम से कोई तकलीफ नहीं हो रही है। जनार्दन रेड्डी, खनन घोटाने में जिनका नाम आया था के परिवार में एक शादी थी। मीडिया के मुताबिक उस शादी में 500 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। उन तक यह रकम कैसे पहुंची। इसका मतलब धनवानों के घर पर कैश पहुंचाया जा रहा है। वे लोग लाइनों में नहीं खड़े हैं।’
साथ ही केजरीवाल ने कहा कि लोगों को देशभक्ति के नाम पर मूर्ख बनाया जा रहा है। जब रिपोर्टर ने इंटरव्यू के दौरान कहा कि ये आरोप केजरीवाल का है। तो केजरीवल एक बार फिर पत्रकार पर भड़क गए। उन्होंने कहा कि आपको इस मुद्दे को ‘हल्का’ नहीं बनाना चाहिए। अगर तुम इंटरव्यू करना चाहते हैं तो इसे ढंग से करें।’































































