संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में राज्यसभा में EVM में गड़बड़ी का मुद्दा उठा, जिस पर जमकर हंगामा शुरू हुआ। बसपा नेता मायावती ने EVM से छेड़छाड़ का मुद्दा उठाया, जिस पर कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हिमाचल प्रदेश और चुनावों में EVM की जगह मतपत्र का इस्तेमाल होना चाहिए। EVM के मुद्दे पर विपक्षी दल के नेता स्पीकर के आसन के पास आ गए और नारेबाजी करने लगे।
राज्यसभा में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के भिंड में EVM छेड़छाड़ का मामला उठाते ही सदन में जमकर हंगामा हुआ। बसपा प्रमुख मायावती ने भी ईवीएम का मुद्दा उठाकर विपक्ष को समर्थन दिया, मायावती ने कहा कि भिंड में EVM से छेड़छाड़ का मामला सामने आया है, इसकी जांच होनी चाहिए।
मायावती ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट में शिकायत करेंगे, चुनाव आयोग को बैलेट पेपर से चुनाव कराना चाहिए। इसके बाद सपा नेता रामगोपाल यादव ने भी EVM मुद्दे की जांच कराने की मांग की, कांग्रेस के गुलाब नबी आजाद ने भी मायावती की मांग का समर्थन किया और ईवीएम से चुनाव बंद करने की मांग की।
विपक्षी के आरोपों पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने पलटवार किया और कहा कि जनता के जनादेश पर सवाल उठा रहे दलों का रवैया ठीक नहीं है। बीजेपी के सदस्यों ने भी विपक्षी दलों पर आरोप लगाया कि वे जनता पर आरोप लगा रहे हैं, नकवी ने कहा कि 22 मार्च को EVM पर 4 घंटे तक चर्चा हुई। प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि चुनाव आयोग ने जांच में पाया कि इसमें कोई गड़बड़ी नहीं है, विपक्षी दलों को चुनाव आयोग में अपील करनी चाहिए।
राज्यसभा में EVM (गुड्स एंड सर्विस टैक्स) बिल पर चर्चा होगी। वित्त मंत्री अरुण जेटली जीएसटी से जुड़े चारों संशोधित विधेयकों को राज्यसभा में पेश करेंगे। सरकार ने इस बिल को मनी बिल के रुप में पेश किया है,मनी बिल होने के नाते राज्यसभा में संशोधन पारित भी हो जाता है तो दोबारा सरकार बिल को लोकसभा में लाकर इन संशोधन को खारिज करा देगी। वहीं सदन में आज विपक्ष यूपी में किसानों की कर्जमाफी का मुद्दा भी उठा सकता है।