यूपी विधानसभा चुनाव की सरगर्मी बढ़ते ही अयोध्या सीट चर्चा के केंद्र में आ ही जाती है। लेकिन इस बार यह कुछ अन्य कारणों से चर्चित है। दरअसल 1980 के दशक के बाद से पहली बार यहां पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने एक मुस्लिम प्रत्याशी बज्मी सिद्दीकी को चुनावी मैदान में उतार दिया है। यह इसलिए अहम है क्योंकि कम से कम पिछले तीन दशकों में पहली बार मुख्यधारा के दल ने किसी मुस्लिम प्रत्याशी को यहां से टिकट दिया है। यानी बसपा ने परंपरा को तोड़ते हुए यहां से मुस्लिम प्रत्याशी उतारा है। उल्लेखनीय है कि अयोध्या सीट इसलिए खासी चर्चित मानी जाती है क्योंकि रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद यहीं से शुरू हुआ और इसने भारतीय राजनीति पर खासा असर डाला।
यहां से बसपा के प्रत्याशी बज्मी सिद्दीकी फैजाबाद के बिजनेसमैन हैं। रियल एस्टेट का भी कारोबार शुरू किया है। पिछले साल अक्टूबर में एक महिला ने उनके खिलाफ बलात्कार का भी मामला दर्ज कराया था। फैजाबाद पुलिस ने उनके खिलाफ एक एफआईआर भी दर्ज की थी। हालांकि इस बारे में बज्मी का कहना है कि उनकी छवि को खराब करने की यह एक साजिश है।