नई दिल्ली। कर्नाटक सरकार ने कावेरी नदी जल विवाद में जरूरत पड़ने पर हस्तक्षेप के बारे में केंद्रीय मंत्री उमा भारती के बयान का स्वागत किया। हालांकि, राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की कि वह लंबे समय से लंबित मुद्दे का समाधान करने की प्रक्रिया शुरू करें।
कर्नाटक के विधि मंत्री टी बी जयचंद्र ने संवाददाताओं से कहा कि ‘‘अगर उन्होंने संकेत दिया है कि वह (कावेरी विवाद का समाधान करने के लिए) हस्तक्षेप करेंगी तो हम इसका स्वागत करते हैं। यह (कदम) समस्या के समाधान की दिशा में होगा।’’ उनका जवाब जरूरत पड़ने पर कावेरी मामले में केंद्र के हस्तक्षेप करने के उमा भारती के बयान के बारे में पूछे गए सवाल पर आया।
यह पूछे जाने पर कि तमिलनाडु समझौते की ओर देख भी नहीं रहा है तो उन्होंने कहा कि ‘‘मान लेते हैं कि इसे प्रधानमंत्री ने शुरू किया है। हम पहले चरण में हैं। प्रधानमंत्री को उसे शुरू करने दें, तब हम तमिलनाडु का जवाब देखते हैं।’’ जयचंद्र ने राज्य से भाजपा के सांसदों से भी अपील की कि वे इस मुद्दे को प्रधानमंत्री के समक्ष उठाएं।